मध्य प्रदेश Switch to English
मध्य प्रदेश के रिज़र्व में बाघिन मृत पाई गई
चर्चा में क्यों?
हाल ही में मध्य प्रदेश के सिवनी ज़िले के पेंच टाइगर रिज़र्व (PTR) में चार साल की बाघिन का शव मिला। अधिकारियों को संदेह है कि उसकी मौत का कारण अवैध शिकार हो सकता है।
प्रमुख बिंदु
- शव की खोज:
- यह शव पेंच टाइगर रिज़र्व (PTR) के कुरई क्षेत्र में पाया गया।
- अधिकारियों ने पुष्टि की कि बाघिन की मौत विद्युत् का झटके लगने से हुई।
- अवैध शिकार की जाँच:
- इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है तथा अधिकारी घटना में शामिल अज्ञात शिकारियों को गिरफ्तार करने के लिये प्रयास कर रहे हैं।
- प्रारंभिक जाँच से पता चला है कि शिकारियों ने बाघिन के पंजे काटने का असफल प्रयास किया था।
- पोस्टमार्टम के बाद शव का राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) के दिशा-निर्देशों के अनुसार निपटान कर दिया गया।
पेंच टाइगर रिज़र्व (PTR)
- PTR मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र दोनों का संयुक्त गौरव है।
- यह अभ्यारण्य मध्य प्रदेश के सिवनी और छिंदवाड़ा ज़िलों में सतपुड़ा पहाड़ियों के दक्षिणी छोर पर स्थित है, तथा महाराष्ट्र के नागपुर ज़िले में एक अलग रिज़र्व के रूप में फैला हुआ है।
- इसे वर्ष 1975 में महाराष्ट्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया तथा वर्ष 1992 में इसे टाइगर रिज़र्व का दर्जा दिया गया।
- हालाँकि, PTR मध्य प्रदेश को वर्ष 1992-1993 में यही दर्जा दिया गया था। यह मध्य उच्चभूमि के सतपुड़ा-मैकाल पर्वतमाला के प्रमुख संरक्षित क्षेत्रों में से एक है।
- यह भारत के महत्त्वपूर्ण पक्षी क्षेत्रों (IBA) के रूप में अधिसूचित स्थलों में से एक है।
IBA बर्डलाइफ इंटरनेशनल का एक कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य विश्व के पक्षियों और उनसे संबंधित विविधता के संरक्षण के लिये IBA के वैश्विक नेटवर्क की पहचान, निगरानी और सुरक्षा करना है।
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